मंगलवार, 27 अप्रैल 2010

समय...sands of time..

समय मुट्ठी में बंधी रेत की तरह
फिसल रहा है हाथ से ...
समय बँधा क्यूं नही
रहता कुछ ख़ूबसूरत लम्हो की तरह ...
समय बहता रहता है दरिया की तरह
समय पलट कर नही आता
नही दिखता गुज़रे वक़्त की परछाई
दर्पण में पड़ी लकीरो की तरह ...
-16th-century portrait painted in oil on a poplar panel in Florence by Leonardo da Vinci
--visited Louvre museum Paris in march 2004

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