शनिवार, 17 अप्रैल 2010

my favourite lines-- by Amrita pritam


चाँद सूरज जिस तरह
एक झील में उतरतें हैं
मैंने तुम्हे देखा नही
कुछ नक्श से उभरते हैं
वायदों को तोड़ती है
एक बार ही ये जिन्दगी
कुछ लोग हें मेरी तरह
फ़िर एतबार करते हें
Harmony - by P N Jha

http://blogvani.com/blogs/blog/16037

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