शुक्रवार, 7 मई 2010

5 May --Vigyan bhawan Delhi


जिन्दगी का फलक ,पेंटिंग बन जाये

रंग भरूँ इसमें खवाबो से

उडान हौसलों से ऊँची हो

पंख मिले अरमानो से .....

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