काव्या - KAVYA
शुक्रवार, 13 मई 2011
ओस
वो एक ख्वाब की तरह ,
रात भर पलकों पर सजता है
आँखों के साये चलता है
आँखे खुलते ही ....
ओस की बूंदों सा
दिल में शबनम बन बसता है
Girls at the Piano
, 1892, by Pierre-Auguste Renoir,
Musée d'Orsay
, Paris
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